टेस्ट क्रिकेट मैच जीतने के लिए गेंदबाजों का प्रदर्शन सबसे महत्वपूर्ण होता हैं. टेस्ट में गेंदबाजों के 20 विकेट लिए बिना जीतना लगभग असंभव हो जाता हैं. उपमहाद्वीप में स्पिनरो के खेल काफी कुछ निर्भर रहता हैं हालाँकि एशिया से बाहर तेज गेंदबाजों का दबदबा कायम रहता हैं.
बल्लेबाजों के पास वनडे और टी 20I के विपरीत टेस्ट क्रिकेट में बहुत समय होता है. उन्हें जल्दबाजी करने की ज़रूरत नहीं है और जल्दी से रन बनाने के बारे में नहीं सोचते. यहां तक कि अगर बल्लेबाज प्रति ओवर 3 रन की दर से रन बनाए तो काफी अच्छा माना जाता हैं और टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक बल्लेबाजी करते हैं, तो यह उनकी टीम को एक शानदार स्कोर तक ले जाने के लिए पर्याप्त होगा. हालांकि,आज इस लेख में हम 5 ऐसे दिग्गज गेंदबाजों के बारे में जानेगे, जिन्होंने टेस्ट में बल्लेबाजों को जमने नहीं दिया है और सबसे अधिक बल्लेबाजों को शून्य के स्कोर पर आउट किया हैं.
डेल स्टेन- 83 बल्लेबाज
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन हाल ही में अपने बयान के कारण चर्चा में थे. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान सुपर लीग खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग की तुलना में अधिक पुरस्कृत करती हैं. कई भारतीय प्रशंसक स्टेन से गुस्सा थे क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज ने अपनी शानदार गेंदबाजी से उनका सम्मान अर्जित किया था.
हालांकि स्टेन ने माफी मांगी, लेकिन कोई भी लाल गेंद के साथ उनकी गेंदबाजी को नहीं भूल सकता. पिच की स्थिति कैसी भी हो इसके बावजूद, स्टेन हमेशा विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते थे. अपने टेस्ट करियर में, डेल ने 439 विकेट चटकाए, जिनमें से 83 बल्लेबाज़ों को स्टेन ने बिना खाता खोले ड्रेसिंग रूम में भेजा हैं.
मुथैया मुरलीधरन- 102 बल्लेबाज
श्रीलंका के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने क्रिकेट इतिहास में एक गेंदबाज द्वारा सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है. दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर ने अपने करियर में 133 टेस्ट मैचों में 800 विकेट हासिल किए.
डेल स्टेन की तरह, मुथैया मुरलीधरन भी अपने गेंदबाजी कौशल के साथ अन्य बल्लेबाजों पर हावी रहे. उनके 800 विकेटों में से 102 ऐसे थे, जो शून्य के स्कोर पर आउट हुए हैं.
शेन वॉर्न – 102 बल्लेबाज
इस महान सूची में एक और स्पिन गेंदबाजी के दिग्गज पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न हैं. सह-संयोग से, वार्न ने मुथैया मुरलीधरन के बराबर बल्लेबाजों को टेस्ट में बिना खाता खोले आउट किया हैं.
हालांकि, वार्न मुरलीधरन से एक स्थान उपर हैं, इसका कारण यह है कि उनका डक आउट प्रतिशत श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी से बेहतर है. वार्न ने 708 विकेट लिए, जबकि मुरलीधरन के कुल 800 विकेट थे.
जेम्स एंडरसन- 104 बल्लेबाज
इंग्लैंड के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने फिटनेस स्तर को बनाए रखते हुए और तेज गेंदबाज होने के बावजूद अपने टेस्ट क्रिकेट करियर का विस्तार करते हुए प्रशंसकों को चौंका दिया है. एंडरसन अभी भी इंग्लैंड के लिए सक्रिय रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं.
उनकी स्विंग गेंदबाजी ने दुनिया के महानतम बल्लेबाजों को भी परेशान किया है. 159 टेस्ट मैचों के अपने शानदार टेस्ट करियर में, एंडरसन ने 104 बल्लेबाजों को डक के स्कोर पर आउट किया. एंडरसन ने ये उपलब्धि अहमदाबाद में खेले जा रहे चौथे में शुभमन गिल को आउट करके हासिल की.
ग्लेन मैकग्राथ- 104 बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्राथ इस सूची में अभी शीर्ष स्थान पर है. उन्होंने 104 बल्लेबाजो को डक पर आउट किया. हालाँकि जल्द ही जेम्स एंडरसन इस सूची में टॉप पर आ सकते हैं लेकिन अभी वह नंबर एक है क्योंकि उसने एंडरसन की तुलना में कम विकेट लिए थे.
ग्लेन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 124 टेस्ट मैचों में 563 विकेट लिये. जिनमें से 104 बल्लेबाज डक पर आउट हुए. यह देखना दिलचस्प होगा कि एंडरसन इस सूची में मैकग्राथ से आगे निकलते हैं या नहीं.
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