पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम तीनों प्रारूपों में बहुत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़ी है. 1983 का विश्व कप जीतने के बाद से, भारत में क्रिकेट एक धर्म की तरह बन गया. सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, विराट कोहली आदि जैसे कई महान खिलाड़ियों ने अपनी उपस्थिति और कंसिस्टेंट प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट को गौरवान्वित किया है.
लेकिन 1983 के विश्व कप और 2011 के विश्व कप को जीतने के दौरान भारतीय क्रिकेट ने शानदार प्रदर्शन किया. इस दौरान टीम इंडिया को कुछ काले दिन भी देखने को मिले हैं. यहां हम तीनों प्रारूपों में से भारत के सबसे कम स्कोर के बारे में जानेगे.
i) वनडे- 54 रन vs श्रीलंका (2000)
भारत और श्रीलंका के बीच वर्ष 2000 में कोका-कोला चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला गया था. इस मैच में श्रीलंका के पहले खेलते हुए सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने 189 रनों की मदद से 50 ओवरों में 299/5 का स्कोर बनाया था.
जिसके जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 54 रनों पर ढेर हो गयी थी. भारत की ओर से रोबिन सिंह ने सबसे अधिक 11 रन बनाए थे जबकि श्रीलंका की तरफ से चमिंडा वास ने 5 जबकि मुथैया मुरलीधरन ने 3 विकेट अपने नाम किये थे.
ii) टी20I- 74 रन vs ऑस्ट्रेलिया (2007)

भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दोनों टीमों के बीच सिर्फ एक टी20 मुकाबला खेला गया था. इस मैच में भारत की टीम सिर्फ 74 रनों पर ऑलआउट हो गयी थी. टीम इंडिया की ओर इरफान पठान ने सबसे अधिक 26 रन बनाए थे जबकि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन ब्रेकन ने 3 और एडम विजेस ने 2 विकेट लिए थे.
75 रनों के लक्ष्य के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने माइकल क्लार्क के नाबाद 37 और एडम गिलक्रिस्ट के 25 रनों की मदद से 11.2 ओवर में मैच 9 विकेट से जीत लिया था.
3) टेस्ट- 36 रन vs ऑस्ट्रेलिया (2020)

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले गए डे-नाईट मैच में भारत की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. इस मैच में भारत का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया था. जबकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने सिर्फ 8 रन देकर 5 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई थी.
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