टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर्स में से एक कहा जाता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि, धोनी ने अपनी फिनिशिंग पोजिशन और स्टाइल के दम पर ही विश्व क्रिकेट में अपना नाम बनाया है।
हालांकि, आईपीएल के बीते दो सीजन यानी आईपीएल 2020 और आईपीएल 2021 में धोनी के बल्ले से रन निकले हैं। आकंड़ों को देखें तो धोनी ने आईपीएल के बीते दो सीजन में 30 मैच खेले हैं। जिसमें उनके बल्ले से महज 314 रन ही निकल सके हैं।
आईपीएल 2020 में जहाँ धोनी ने 200 रन बनाए थे। वहीं, आईपीएल 2021 में वह मात्र 114 रन ही बना सके थे। यही नहीं, धोनी बीते दो सीजन से कोई भी अर्धशतक नहीं बना सके हैं। हालांकि, उन्होंने आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 6 गेंदों में 18 रनों की जो ताबड़तोड़ पारी खेली थी, वह आज भी हर किसी के जहन में मौजूद होगी। धोनी की उस पारी के बल पर ही सीएसके ने आईपीएल 2021 के क्वालीफायर 1 में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
निश्चित तौर पर, उस मैच के आख़िरी ओवर में 13 रनों की ज़रूरत थी और धोनी के लिए यह आसान काम था। लेकिन, आंकड़े कहते हैं कि धोनी की फिनिशिंग स्टाइल में बड़ी गिरावट आई है। यही कारण है कि, टीम इंडिया के पूर्व ऑल राउंडर रितेंदर सोढ़ी ने कहा है कि, धोनी को अपने बैटिंग आर्डर में बदलाव करना चाहिए।
अपने बैटिंग आर्डर में बदलाव करें धोनी: सोढ़ी
इंडिया से हुई बातचीत में कहा सोढ़ी ने कहा है कि, “एमएस धोनी को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए क्योंकि वह अब वैसे फिनिशर नहीं है जिसके लिए उन्हें कुछ साल पहले तक जाना जाता था। यदि वह खुद को टाइम देते हुए 10वें या 11वें ओवर में बल्लेबाजी करने आएं तो वह शानदार पारी खेल सकते हैं। हालांकि, धोनी खुद जानते हैं कि सीएसके की सभी संभावनाएं उनमें ही निहित हैं।”
रितेदर सोढ़ी ने यह भी कहा है कि, ”रवींद्र जडेजा की फॉर्म इस आईपीएल में सीएसके के लिए काफी अहम होगी। उन्होंने मोहाली टेस्ट मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी की और जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे हैं, ये चेन्नई के लिए अच्छे संकेत हैं कि अगर वह फॉर्म में रहते हैं तो चेन्नई को आईपीएल फाइनल में पहुंचा सकते हैं। रवींद्र जडेजा, धोनी इन सभी बड़े खिलाड़ियों को बहुत अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी।”
Discussion about this post