हार्दिक पांड्या ने गुरुवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेलते हुए आईपीएल में दो सीजन के बाद अपना पहला मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता। गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंदों पर 8 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 87 रन बनाए, एक विकेट भी अपने नाम किया इसके साथ राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन को रन आउट भी किया।
आईपीएल 2022 के सिर्फ 5 मैचों में हार्दिक पांड्या ने यह साबित कर दिया कि वह इस समय भारत के सर्वश्रेष्ठ सीम-गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं और आईपीएल के बाद भारत की टी20 टीम में उनकी वापसी संभावना और बढ़ गई है।
उन्होंने पिछले साल की तुलना में इस सीजन की 5 पारियों में ही 100 रन अधिक बनाए हैं। हार्दिक आईपीएल 2022 में आभी तक 228 रन बना चुके हैं जबकि आईपीएल 2021 के पूरे सीजन में महज 127 रन ही बनाए थे।
गुजरात टाइटंस का कप्तान बनने के बाद हार्दिक पांड्या ने एक बड़ा फैसला लिया और खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर किया जबकि मुंबई इंडियंस के लिए वह नंबर 5, 6 और 7 पर बल्लेबाजी करते थे, गुजरात के लिए पांड्या नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे हैं।
इस फैसले के पीछे एक यह भी बात है कि गुजरात की टीम में उनके आसपास की बल्लेबाजी उतनी मजबूत नहीं है और वह दूसरों को खुल कर खेलने की इजाजत देते हुए बल्लेबाजी करना चाहता है। वह निचले क्रम में बल्लेबाजी की चुनौतियों को समझते हैं और नहीं चाहते कि टीम का फिनिशर दबाव में आए।
टॉप आर्डर में बल्लेबाजी करने से अन्य प्लेयर्स से हटता है दवाब: हार्दिक पांड्या
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच के बाद उनके बल्लेबाजी प्रमोशन के पीछे के कारणों के बारे में पूछा गया तब हार्दिक ने कहा, “मेरे ऊपर क्रम पर बल्लेबाजी करने से अन्य खिलाड़ियों को खुलकर खेलने का मौका मिलता है और वह बहुत अधिक दबाव नहीं लेते है। मैं कई बार ऐसी स्थिति में रहा हूं जहां मैंने बड़ी भूमिका निभाई है, जो कि अंत की ओवरों में आना और 12 गेंदों में 30 रन बनाना।”
उन्होंने यह भी कहा कि, ”मुझे यह बहुत मुश्किल लगता है लेकिन मेरे अनुभव की वजह से 4 नंबर पर बल्लेबाजी करने से मुझे मैच की स्थिति समझ में आति है फिर मैं उसी हिसाब से अपनी रणनीति बनाता हूं।”
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