हरभजन सिंह ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर को खत्म करने का ऐलान कर दिया हैं. दिग्गज ऑफ स्पिनर ने शुक्रवार (24 दिसंबर) को ट्विटर पर इसकी घोषणा की. अब तक के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक माने जाने वाले हरभजन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अद्भुत प्रदर्शन किया हैं. उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजों को अपनी धुन पर
नचाया और भारत को सभी प्रारूपों में कई जीत दिलाई.
हरभजन ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में भारत को गौरवान्वित करने में अहम भूमिका निभाई थी. 1998 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करते हुए पंजाब के ऑफ स्पिनर को राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की करने में देर नहीं लगी. हरभजन ने अपने करियर में अनिल कुंबले के साथ मिलकर दुनियाभर के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया.
हरभजन को अकसर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला 2001में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए याद किया जाता हैं जहां उन्होंने एक हैट्रिक सहित 3 मैचों में 32 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था. उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई रिकॉर्ड तोड़े.
सिर्फ इंटरनेशनल क्रिकेट ही नहीं बल्कि उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया. आईपीएल करियर में उन्होंने मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का प्रतिनिधित्व किया.
हरभजन सिंह ने ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान करते हुए लिखा, “सभी अच्छी चीजें समाप्त हो जाती हैं और आज जब मैं उस खेल से विदा लेता हूं जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है. मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस 23 साल की लंबी जर्नी को सुंदर और यादगार बनाया. मेरा तहे दिल से शुक्रिया.”
हरभजन सिंह का इंटरनेशनल करियर
हरभजन सिंह ने अपने करियर में भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 32.46 की गेंदबाजी औसत से 417 विकेट अपने नाम किये. इसके आलावा उन्होंने वनडे क्रिकेट में भी 236 मैचों में 33.36 की औसत से 269 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई.
भज्जी ने अपने देश के लिए 28 टी20I मैचों भी खेले, जहाँ उन्होंने 6.21 रन प्रति ओवर की रनगति से 25 खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया.
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