सभी का मन अब विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल पर है जो इस साल के अंत में लॉर्ड्स में होगा. किसी भी टीम के लिए चैंपियनशिप जीतना एक प्रतिष्ठित सम्मान होगा. टेस्ट क्रिकेट खेल का सबसे बेहतर संस्करण है, और यह वास्तव में इस प्रारूप में प्लेनेट पर सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में खुद को साबित करने के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.
टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत और न्यूज़ीलैण्ड की टीम जगह बना चुकी हैं अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस खास मैच में कौन सा इलेवन भारत का प्रतिनिधित्व करेगा. आज इस लेख में हम टीम इंडिया के लिए संभावित प्लेइंग इलेवन की भविष्यवाणी करेंगे.
सलामी बल्लेबाज: रोहित शर्मा और शुभमन गिल
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड में पहले भले ही कम रेड-बॉल क्रिकेट खेला हो, लेकिन उन्हें अपने अनुभव और अच्छे फॉर्म के कारण XI में होना चाहिए. पिच की स्थिति के बावजूद, रोहित शर्मा कभी-कभी गेंदबाजों पर हावी हो सकते हैं और रन बना सकते हैं. यह टीम के लिए महत्वपूर्ण होगा. ओपनिंग स्लॉट में शुभमन गिल उनका साथ दे सकते हैं. इंग्लैंड के खिलाफ उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था लेकिन फिलहाल उम्मीद ये हैं कि रोहित और गिल के बीच एक समझ विकसित हो रही है, और इसे जारी रखना सबसे अच्छा है.
मध्य क्रम: चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (C), अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत (WK)
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के मध्यक्रम में कोई बदलाव की संभावना न के सामान हैं. पुजारा, विराट और रहाणे जैसी अनुभवी है, जो सभी पहले अंग्रेजी परिस्थितियों में खेल चुके हैं. टीम में ऋषभ पंत हैं, जो हाल के दिनों में अपने विकेट कीपिंग स्किल्स में काफी सुधार कर रहे हैं. इसलिए, टीम इंडिया फाइनल के लिए इस कोर के साथ मैदान पर खेलती हुई दिखाई दे सकती हैं.
ऑलराउंडर: हार्दिक पांड्या और रविचंद्रन अश्विन
किसी भी अंग्रेजी पिच में स्पिनरों से अधिक सीमरों की सहायता करने की संभावना है. इसलिए, टीम इंडिया हार्दिक पांड्या को इस खेल के लिए ऑलराउंडर के रूप में चुन सकती है. हार्दिक रवींद्र जडेजा की जगह एकादश में आएंगे. हालिया फॉर्म को देखते हुए जडेजा को बाहर रखना एक कड़ा फैसला होगे लेकिन लॉर्ड्स में पांड्या काफी मददगार साबित हो सकते हैं. अन्य ऑलराउंडर की भूमिका के लिए इनफॉर्म खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन का खेलना लगभग तय हैं.
गेंदबाज: मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह
इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह का खेलना तय है, तीसरे-पेसर स्थान के लिए काफी प्रतिस्पर्धा होगी. मोहम्मद शमी के उस समय तक फिट होने की संभावना है. दूसरी ओर, मोहम्मद सिराज हैं, जो रेड-हॉट फॉर्म में हैं लेकिन अनुभव की कमी है. उमेश यादव भी एक विकल्प हैं. हालांकि, पूरी तरह से दूसरी पारी में खेल को प्रभावित करने की उनकी क्षमता के कारण, शमी को मौका दिया जा सकता हैं.
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